ज्यादातर तेज धूप और गर्म हवा में देर तक घर से बाहर घूमने से heat stroke की संभावना बढ़ जाती है। लू लगने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ सकता है। लू का असर बच्चों, बुजुर्गों और बाहर काम करने वाले लोगों पर ज्यादा होता है, जिसका बचाव करना जरूरी है। इस लेख में हम लू लगने के कारण, लक्षण और इससे बचने के उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
लू लगने से बचने के लिए शरीर को ढककर रखें - छवि स्रोत: गूगल |
लू लगने के लक्षण, कारण व उपचार- Symptoms and treatment of heat stroke in hindi
लू लगना heat stroke ऐसी स्थिति है जब व्यक्ति ज्यादा समय तक धूप में रहता है, चाहे वह कोई काम कर रहा हो या बैठा हो यदि शरीर का तापमान 40डिग्री या उससे ज्यादा हो जाता है तब यह समस्या होती है।
यह समस्या गर्मी के महीनो मे होती है, मई और जून में गर्मी और भी ज्यादा पड़ती है जिससे लू के थपेड़ों से बचना मुश्किल हो जाता है। यदि लू का इलाज समय पर ना किया जाए तो समस्या गंभीर हो सकती है आप कुछ सावधानियां बरत कर घर से बाहर निकलें तो लू लगने से बच सकते हैं।
इस लेख में हम आपको लू लगने के कारण, लक्षण और लू से बचने के कुछ घरेलू उपाय बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप लू से बचाव कर सकते हैं।
लू लगने के कारण - due to heat stroke in hindi
लू लगना हीट स्ट्रोक ऐसी स्थिति है जिसका तुरंत इलाज ना कराया जाए तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है गर्मी में खुद को ठंडा रखने के लिए शरीर पसीना बहाता है लेकिन जब यह प्रक्रिया फेल हो जाती है तो बॉडी टेंप्रेचर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है यह स्थिति काफी खतरनाक हो जाती है और इसे लू लगना कहते हैं।
- गर्मी के समय में अधिक देर तक बाहर रहने से, खासकर दोपहर 12 से 3 बजे तक जब सूरज की किरणें सबसे तेज होती हैं, उस समय बाहर अधिक देर तक रहना लू लगने का कारण हो सकता है।
- गर्मी के मौसम में शरीर को ठंडा रखने के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है। अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं, तो आपके शरीर में पानी की कमी हो सकती है और इससे लू लगने का खतरा बढ़ जाता है।
- यदि आप अत्यधिक गर्म मौसम में शारीरिक मेहनत करते हैं, तो आपके शरीर में पसीने के माध्यम से पानी और खनिजों की कमी हो सकती है, जिससे लू लगने की संभावना बढ़ जाती है।
- अत्यधिक गर्म और नम वातावरण अर्थात उमस भरे स्थान पर रहने से जहां गर्मी और नमी दोनों अत्यधिक हो, शरीर को खुद ठंडा रखना मुश्किल हो जाता है तब लू लग सकती है।
- शारीरिक स्थितियां व मेडिकल स्थितियां जैसे कि हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और मोटापा भी लू लगने की संभावना को बढ़ा सकती हैं।
लू लगने के लक्षण Symptoms of heat stroke in hindi
लू लगने पर हमें कुछ लक्षण दिखाई देते हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। आइए हम कुछ प्रमुख लक्षणों के बारे में चर्चा करते हैं जो इस प्रकार हैं -
- लू लगने पर शरीर अत्यधिक गर्म हो जाता है जिससे शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो सकता है।
- लू लगने के दौरान व्यक्ति को चक्कर आ सकते हैं और वह बेहोश भी हो सकता है।
- लू लगने पर शरीर से पसीना निकलना बंद हो जाता है, जिससे त्वचा शुष्क और गर्म हो जाती है और मुंह सूखने लगता है।
- लू लगने के कारण शरीर की धड़कन तेज हो जाती है जिससे सांस लेने में भी कठिनाई हो सकती है।
- लू लगने पर व्यक्ति को अत्यधिक कमजोरी महसूस होती है और वह सामान्य काम करने में भी असमर्थ हो जाता है।
- लू लगने के दौरान कुछ लोगों को मतली और उल्टी भी हो सकती है।
- लू लगने के कारण व्यक्ति को बोलने में कठिनाई, दिमागी उलझन और यहां तक कि भ्रम की स्थिति भी हो सकती है।
लू से बचने के उपाय- Ways to avoid heat stroke in hindi
पानी का सेवन अधिक करें
गर्मी के मौसम में देर तक धूप में घूमने से पसीना अधिक निकलता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है इससे आप डिहाइड्रेशन से ग्रस्त हो सकते हैं, शरीर में पानी की कमी होगी तो हीट स्ट्रोक, लू लगने की संभावना बढ़ जाती है, ऐसे में जितना हो सके इस मौसम में तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें।
धूप में देर तक बाहर ना रहें
कुछ लोग ऐसे भी होते है जो बिना किसी काम के ही बाहर घूमते रहते हैं यदि आपको बहुत जरूरी काम ना हो तो अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए घर पर ही रहने की कोशिश करें। घर से बाहर जाना है तो खुद को अच्छे से कवर करके जाएं छाता रखें, स्कार्फ, फुल बाजू वाली शर्ट, टोपी या अगौंछा लपेटकर निकलें।
अपने साथ लिक्विड पदार्थ एलेक्ट्रोलाइट्स खाने-पीने की चीजें भी जरूर रखें। बिना खाए घर से बाहर खाली पेट ना जाएं। अचानक एसी में बैठे रहने के बाद धूप में ना जाएं इससे भी लू, हीट स्ट्रोक की समस्या हो सकती है।
आरामदायक कपड़े पहनें
गर्मी में बाहर निकलें तो अधिक डार्क रंग के और टाइट कपड़े ना पहनें। इससे पसीना अधिक आता है डार्क रंग के कपड़ों में गर्मी अधिक लगती है बेहतर है कि आप ढीले-ढाले और कॉटन के कपड़े पहनें। स्काई ब्लू, वाइट, ऑफ वाइट, लाइट पिंक आदि कलर के कपड़े पहनना चाहिए, क्योंकि इनमें अधिक गर्मी नहीं लगती है।
मसालेदार भोजन ना करें
गर्मी के दिनों में बहुत अधिक तेल और मसालेदार भोजन करने से बचें, साथ ही बाहर ठेले पर मिलने वाले फूड आइटम्स का सेवन भी ना करें क्योंकि इससे फूड पॉइजनिंग भी हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि देर तक रखा भोजन जल्दी खराब हो जाता है।
लू, heat stroke से बचने के लिए घर का बना फ्रेश खाना खाएं, साथ ही डाइट में मौसमी सब्जियों और फलों का खूब इस्तेमाल करें।
सनस्क्रीन से करें स्किन प्रोटेक्ट
गर्मी में सबसे ज्यादा त्वचा की सेहत खराब होती है धूप में घूमने से स्किन टैन, सनबर्न की समस्या बहुत होती है। बेहतर है कि आप घर से बाहर निकलते समय अच्छी क्वालिटी का सनस्क्रीन लोशन लगाकर ही बाहर निकलें।
ध्यान रखें कि इसे लगाने के 15 मिनट बाद ही घर से बाहर निकलें इससे धूप की हानिकारक किरणों से स्किन को नकुसान नहीं होगा।
नारियल पानी पिएं
डिहाइड्रेशन के लिए हरे नारियल का पानी पीना चाहिए यह गर्मी के कारण कम हुए इलेक्ट्रोलाइट की भरपाई करता है जिससे शरीर को ठंडक मिलने के साथ एनर्जी भी मिलती है।साथ ही तरल पदार्थों का सेवन भी करें जैसे शिकंजी, छाछ आदि।
खीरे का प्रयोग करें
खीरा का सेवन गर्मियों में स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होताा है। खीरे में विटामिन A, B, K भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिसकी वजह से शरीर में पानी का स्तर बना रहता है और पानी की कमी नहीं होने पाती है। गर्मियों के मौसम में इसके सेवन से शरीर में ठंडक बनी रहती है हालांकि खीरा खाने के तुरंत बाद अधिक पानी नही पीना चाहिए।
दही का सेवन करें
दही का सेवन हर मौसम में फायदेमंद रहता है खासकर गर्मियों में। गर्मियों में अपने आहार में दही को जरुर शामिल करें। दही हमारे शरीर में प्रोबायोटिक की तरह काम करता है यही वजह है कि दही को आंतों के लिए फायदेमंद समझा जाता है।
आप दही का रायता या फिर लस्सी बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं कुछ लोग दही में चीनी मिलाकर भी खाते हैं दही ठंडा होता है जो शरीर के तापमान को सामान्य रखने में मददगार है।
इस प्रकार आप घर से बाहर जाते समय कुछ बातों और सावधानियों को अपनाकर खुद को लू या हीट स्ट्रोक से बचाए रख सकते हैं। यदि फिर भी शरीर का तापमान कम नही हो रहा है आप डाक्टर की सलाह से कुछ दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं।
लू लगने के घरेलू उपाय - lu lagne ke gharelu upay in hindi
यदि किसी को लू लग जाए, तो बिना देर किए घरेलू उपचार शुरू कर देना चाहिए। यह स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती है और सही समय पर इसका उपचार न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकती है। यहां लू से राहत पाने के कुछ प्रभावी घरेलू उपाय बताए जा रहे हैं जो निम्नलिखित हैं।
- प्याज का उपयोग लू से बचने का एक बेहतरीन घरेलू उपाय है। प्याज की तासीर ठंडी होती है, जिससे शरीर को राहत मिलती है। लू लगने पर प्याज का रस शरीर पर लगाने से ठंडक मिलती है और शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है। एक कच्चे प्याज को काटकर उसका रस निकालें और इसे कान के पीछे और छाती पर लगाएं। यह शरीर के तापमान को सामान्य करने में मदद करेगा। लू लगने पर प्याज को सलाद के रूप में खाना भी लाभकारी होता है।
- आम का पना गर्मियों में शरीर को ठंडक देने के लिए सबसे अच्छा पेय है। इसे कच्चे आम से बनाया जाता है, जो शरीर को heat stroke से बचाता है। कच्चे आम को उबाल लें और उसका गूदा निकाल लें। इस गूदे में काला नमक, जीरा पाउडर और शक्कर मिलाकर आम पना तैयार करें। दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें, यह शरीर को ठंडक प्रदान करेगा और लू से बचाएगा।
- बेल का शरबत भी गर्मियों में शरीर को ठंडक देने के लिए एक बढ़िया उपाय है। बेल के फल की तासीर ठंडी होती है, जो लू से बचाव करती है। बेल के फल को तोड़कर उसका गूदा निकाल लें। इसमें पानी, शक्कर, और थोड़ा सा काला नमक मिलाकर शरबत बनाएं। इस शरबत का सेवन दिन में 1-2 बार करें।
- पुदीना और धनिया दोनों की तासीर ठंडी होती है और यह शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं। पुदीना और धनिया के पत्तों को पीसकर रस निकाल लें। इस रस में थोड़ा सा नींबू का रस और काला नमक मिलाकर सेवन करें। यह लू से राहत दिलाने में बहुत कारगर है।
- खस एक ठंडी तासीर वाला पौधा है जिसका शरबत गर्मियों में लू से बचने के लिए बहुत फायदेमंद होता है। खस के शरबत को ठंडे पानी में मिलाकर दिन में 1-2 बार सेवन करें। यह शरीर को ठंडक पहुंचाता है और लू से बचाव करता है।
- जलजीरा एक प्रसिद्ध भारतीय पेय है जो गर्मियों में शरीर को ठंडक देने का काम करता है। जलजीरा बनाने के लिए धनिया, पुदीना, जीरा पाउडर, काला नमक, और नींबू का रस मिलाकर इसे ठंडे पानी में मिलाएं। दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें। यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है और लू से बचने में मदद करता है।
- तुलसी के पत्ते एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं। इनके सेवन से लू लग जाने पर राहत मिलती हैं। तुलसी के पत्तों को पीसकर उसका रस निकाल लें। इस रस को नींबू के रस और शहद के साथ मिलाकर सेवन करें। यह लू से राहत देने में बहुत कारगर होता है।
- पानी से भरपूर फलों का सेवन भी गर्मियों में शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है। तरबूज, खीरा, ककड़ी, और संतरा जैसे फलों का सेवन गर्मियों में नियमित रूप से करना चाहिए। इन फलों में प्राकृतिक ठंडक होती है, जो लू से बचाव करती है।
- ठंडे पानी से स्नान करना भी लू लगने पर राहत प्रदान करता है। यह शरीर का तापमान कम करता है और ठंडक पहुंचाता है। साथ ही, शरीर पर ठंडे पानी की पट्टी रखने से भी आराम मिलता है।
इस लेख में दिए गए सुझावों का पालन करके आप लू लगने से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। ध्यान रखें कि लू लगने के लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत चिकित्सा उपचार के लिए डाक्टर से संपर्क करें, जिससे किसी भी प्रकार की गंभीर स्थिति से बचा जा सके।
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